मन को शांत कैसे करें?

 नमस्कार दोस्तों आज मैं आपको कुछ ऐसी रोचक जानकारी बताने वाला हूं जो आप साथ कभी जानते नहीं जानते होंगे चलिए अपने Blogको स्टार्ट करते हैं अगर यह pageआपको आए तो आप लाइक जरुर करे

सबसे पहला सवाल मेरा आपसे क्या आप अपने दिमाग को कंट्रोल कर पाते हैं?

चाहे आपको पढ़ाई करना हो चाहे कोई बिजनेस यदि आप अपने दिमाग को कंट्रोल कर पा रहे हैं तभी आप बिजनेस ,पढ़ाई कर पाएंगे और बाकियों को पीछे छोड़ पाएंगे

जानवर इंसान अपने मन और दिमाग को समझ ही नहीं पाते और आपको ऐसा नहीं बनना है इसके लिए आपको यह पेज पूरा पढ़ना हुआ यह पेज आपके लिए जानकारी प्रदान करेगा

आप इस पेज पर आए हैं तो आप अब इस पेज को पूरा पढ़िए का क्योंकि मैं आपको कुछ ऐसी चीजें बताने जा रहा हूं जो दुनिया के महान लोगों ने बताया है

और यह ज्ञान आपको ना कोई स्कूल दे सकता है और ना ही कोई कॉलेज दे सकता है


अंत में आपको एक ऐसी जानकारी मिलेगी जो आपको सफल बनाने में आपको मदद करेगी

चलिए तब चली पेज को स्टार्ट करते हैं

जब तक आप अपने आप को अपने मन के नियंत्रण पर रहने दोगे तब तक आपका दिमाग का आप को कंट्रोल करता रहेगा और आपको आपका दिमाग नाच नाचना रहेगा

एक बहुत ही अच्छा उदाहरण भगवान श्री कृष्ण ने गीता में दिया था आपका शरीर एक रथ के जैसा है उस रथ को चलाने वाले का नाम है आपका मन  और उस रथ में जो बैठा है वह आप हो।


एक बात हमेशा याद रखना आपका दिमाग या आपका मन जो आप नहीं हो

और जो आप हो वह अपने दिमाग से अलग हैं जो रथ पर बैठे हैं वह आप हैं  और आपका मन आपका नौकर है

दिक्कत यह है कि वह नौकर आपके शरीर को चला रहा है अर्थात रथ का सारथी भी वही है वह आपकी परवाह किए बिना कुछ भी करा सकता है

अगर आप अपने मन को सच में कुछ करने को तो आपका मन वह काम करने को मना नहीं करेगा पर आप उसे कुछ बोलते ही नहीं हो


दिमाग को कंट्रोल करने का एक तरीका होता है.

सबसे बड़ी राज की बात यह कि दिमाग को कंट्रोल करना ही नहीं होता अगर आप अपने दिमाग को कंट्रोल करने की कोशिश करोगे तो आप उसमें और डूब पर चले जाओगे

जितना ही आप उसे कंट्रोल करते जाओगे उतना ही वह आपके हाथ से निकलता है जायेगा। और आपको नचाता रहेगा।

आपको एक काम करना है

जो आपको पता है कि आपको करना है लेकिन आप का मन नहीं करता  फिर आप क्या करते हो आप वही टाइप का सोचते हो कि मैं अपने दिमाग को कंट्रोल करूंगा और कंट्रोल करके पढ़ लूंगा

हां आप जबरदस्ती भी पढ़ सकते हो लेकिन वह पढ़ाई किसी काम की नहीं।

जितना याद दिमाग को कंट्रोल कर कर पढ़ना चाहोगे उतना ही पढ़ाई समझ में नहीं आएगी मतलब यही कि आपका दिमाग कंट्रोल नहीं हो सकता

अब आपको लगेगा कि यह क्या बोल रहा है मैं आया था यहां पर अपने दिमाग को कंट्रोल करने  के लिए  देखने का लेकिन यह तो उल्टा ही हो रहा है।

दिमाग को कंट्रोल करने का मतलब होता है कि उसे ऑब्जर्व करना।

मैंने पहले कहा कि आप और आपका दिमाग अलग है मतलब आप दोनों उसे देख सकते हो

जरा आप शांत होकर अपने दिमाग देखिए कि आपके दिमाग में क्या चल रहा है, तो आप पाएंगे कि आपका दिमाग आप को कंट्रोल कर रहा है

जब आप अपने दिमाग को यानी अपने अपने विचारों को महसूस करते हो उसे देखते हो जैसे कोई दूसरा व्यक्ति देखता है तब आप असल में अपने दिमाग को कंट्रोल कर रहे होते हो

असल में आपका दिमाग तब कंट्रोल होगा जो आप चाहोगे अगर आपका दिमाग वही करेगा तब आप अपने दिमाग को कंट्रोल कर पाओगे

आप कहीं शांत होकर बैठो और कल्पना करो कि आप समुद्र के किनारे खड़े हो और अब समुद्र की लहरें आपके पास आ रही है समुद्र की लहरें आपका विचार हैं और इस समय आप अपने दिमाग को कंट्रोल कर पा रहे हो

आप अपने दिमाग से नकारात्मक चीजों को निकाल दे जो आपको लगे कि मैं कर नहीं सकता दुनिया का ऐसा कोई काम नहीं है जो आपका दिमाग नहीं कर सकता आखिर दुनिया की हर चीज इंसान ने ही तो बनाई है आप हर काम कर सकते हो जो आप चाहते हो दुनिया का ऐसा कोई काम नहीं है जो आप नहीं कर सकते आप सारे काम कर सकते हो बस आप अपने मन को कंट्रोल करें यदि आपका मन चाहे तो आपके दिमाग को कंट्रोल कर सकता है लेकिन आप अपने मन को कंट्रोल नहीं कर सकते आपको अपने दिमाग पर हावी होना है न कि अपने मन पर।

                                        धन्यवाद!🙏🙏💪



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